Dill Madharaasi Movie Review

तो भाई लोग, दिल मदरासी मुवी देखके आया हूँ, थेटर में लगी है, तमिल में मदरासी, हिंदी में दिल मदरासी, तो ओवियस्ली हिंदी में ही देखी, और हिंदी डबिंग काफी बढ़िया की गई है, हाला कि इसके शोज बहुत जादा, मतलब कम लगे है, क्योंक कंज्यूरिंग, बागी 4 एंड बंगाल फाइल्स को ज्यादा शोज़ मिले है। तो कैसे है यह तमिल इंडस्ट्री से आई मूवी? आओ जरा बात कर लेते है ।

तो देखो रघु नाम का एक लड़का है जिसके पास्ट की वजह से उसके दिमाग में हुई है एक गड़बड़, और उसी गडबड़ी में उसे प्यार भी हुआ है, और इसी बीच में उसको मिलता है एक सीकरेट मिशन भी, अब वो मिशन क्या है, रगू परसनल लाइफ में क्या करता है, उसके प्यार का क्या जहमेला है, और रगू के दिमाग में ऐसी कौन सी गडबड़ है जिससे पूरी फिल्म एक रोलर कोस्टर राइट बन के रह जाती हैं। फिल्म देखो खुद जान जाओ अब यहां भले ही मूवी का प्लॉट या स्टोरी लाइन सुनने में ट्रेलर में काफी अच्छा सुनाई देता हो दिखाई देता हो । ट्रेलर काफी बढ़िया काटा गया है इसका ।

लेकिन बेसिकली यह एक एक्शन थ्रिलर मूवी है। बट इसमें दिखाया गया लव एंगल कुछ देर तक अच्छा लगता है बाद में उसी को सेंटर पॉइंट बनाकर लास्ट तक उसको खींचा जाता है लिटरली खींचा जाताहै।

एक पॉइंट पर रघु का प्यार एंड उसकी दिमागी हालत के साथ आप इमोशनली कनेक्ट हो भी जाते हो लेकिन लास्ट तक आते-ाते मूवी खतम होने का नाम ही नहीं लेती भाई चल रही है चल ही रही है चलते ही जा रही है तो यहां दो स्टोरी साइमल्टेनियसली चलती है वह एक सिक्रेट मिशन एंड रघु का प्यार जिसमें मिशन के अंदर रघु की पर्सनल लाइफ भी जोड़ी जाती है लेकिन कहीं ना कहीं मूवी के लेंथ को अगर थोड़ा कंट्रोल कर लेते तो भाई अलग ही मजा आता थोड़ी फास्ट पेस हो जाती मूवी मूवी स्टार्टिंग से काफी ग्रिपिंग लगती है जो हीरो के दिमाग में गड़बड़ी है उसको कंविक्शन के साथ दिखाया भी गया है तो ऐसा फूर्सफुल नहीं लगता फिल्म का एक्शन काफी अच्छा है विद्यूत जामवाल है यार उनका एक्शन लास्ट में है काफी तगड़ा वाला लेकिन अगेन उनका सिर्फ एक्शन दिखाने के लिए मूवी को लेंथ वाइज बढ़ा दिया गया है।

भाई अपने बोलते भी है कोई गोली नहीं चलाएगा क्योंकि भाई नहीं तो यार विद्यूत का एक्शन कैसे देखने को मिलेगा बाकि फिल्म के फर्स्ट हाप में आई थिंक चार या पाँच गाने है जो लेंथ को और भी ज्यादा बढ़ा दे रहे हैं कि कोई तुक नहीं बनता यार ऐसे बहुत अच्छे गाने नहीं बोलूंगा दोस्ट वेर डीसेंट ना भी होते तो भी फिल्म के प्लॉट को फर्क नहीं पड़ता था मूवी ऑलमोस्ट पौने तीन घंटे की है जो बार-बार फील होते रहती है एक्टिंग वाइस सभी ने अच्छा काम किया है।

शिवकार्थी के अंदर डीसेंट वाला लवर बॉय हीरो एंड मारधार करने वाला अपना आवतार बहुत तगड़ा निभाया है रुकमीनी वसंत का सीधा-साधा सिंपल लुक आपके मन को भा जाएगा डिरेक्शन दिया है एयर मुर्गदोस ने जिन्होंने लास्ट फिल्म बनाई
थी सलमान के साथ सिकंदर तो अगर ऐसा एक्शन सिकंदर में भी होता तो यार बाती कुछ अलग होती लेकिन शायद सलमान
के ही रेडी नहीं थे एनीवेज यह फिल्म बहुत ज्यादा माइंड ब्लॉइंग भी नहीं है और बहुत ज्यादा खराब भी नहीं
है। बस लिंदी है।

एंड भाई साहब अनिरुद्ध का म्यूजिक है इसमें और वह ऐसा नहीं है जो बाकी फिल्म की तरह आपकी
तरग में बैठ जाए तो और और देखते हुए मेरे तरफ से इस मूवी को डीसेंट से थ्री स्टार्स फिल्म में कोई वर्केटी
नहीं है ना ही कोई गाली है गालिया है लेकिन वह बीप कर दी गई है तो आप फैमिली के साथ भी देखना चाहो तो देख सकते
हैं।

मिलते हैं अगले आर्टिकल में बाई

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